Hope Poetry of Arshad Ali Khan Qalaq (page 2)
नाम | अरशद अली ख़ान क़लक़ |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Arshad Ali Khan Qalaq |
कविताएं
Ghazal 51
Couplets 74
Love 62
Sad 52
Heart Broken 55
Bewafa 19
Hope 39
Friendship 48
Islamic 21
Sufi 5
Social 4
देशभक्तिपूर्ण 3
बारिश 2
ख्वाब 13
Sharab 18
दिल में आते ही ख़ुशी साथ ही इक ग़म आया
बुत-परस्ती ने किया आशिक़-ए-यज़्दाँ मुझ को
बुत-परस्ती ने किया आशिक़-ए-यज़्दाँ मुझ को
बोलेगा कौन आशिक़-ए-नादार की तरफ़
बे-ज़बानों को भी गोयाई सिखाना चाहिए
बाक़ी न हुज्जत इक दम-ए-इसबात रह गई
अदा से देख लो जाता रहे गिला दिल का
आशिक़-ए-गेसू-ओ-क़द तेरे गुनहगार हैं सब
आरिज़ में तुम्हारे क्या सफ़ा है