Sufi Poetry of Asghar Gondvi

Sufi Poetry of Asghar Gondvi
नामअसग़र गोंडवी
अंग्रेज़ी नामAsghar Gondvi
जन्म की तारीख1884
मौत की तिथि1936
जन्म स्थानGonda

ज़ौक़-ए-सरमस्ती को महव-ए-रू-ए-जानाँ कर दिया

वो नग़्मा बुलबुल-ए-रंगीं-नवा इक बार हो जाए

कोई महमिल-नशीं क्यूँ शाद या नाशाद होता है

हुस्न को वुसअतें जो दीं इश्क़ को हौसला दिया

गर्म-ए-तलाश-ओ-जुस्तुजू अब है तिरी नज़र कहाँ

एक ऐसी भी तजल्ली आज मय-ख़ाने में है

असरार-ए-इश्क़ है दिल-ए-मुज़्तर लिए हुए

असग़र गोंडवी Sufi Poetry in Hindi - Read famous Sufi Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by असग़र गोंडवी. Largest collection of Sufi Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by असग़र गोंडवी. Share the असग़र गोंडवी Sufi Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.