Khawab Poetry of Asrar Zaidi
नाम | असरार ज़ैदी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Asrar Zaidi |
मसरूफ़ हम भी अंजुमन-आराइयों में थे
बरहनगी का मुदावा कोई लिबास न था
अनजाने लोगों को हर सू चलता फिरता देख रहा हूँ
नाम | असरार ज़ैदी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Asrar Zaidi |
मसरूफ़ हम भी अंजुमन-आराइयों में थे
बरहनगी का मुदावा कोई लिबास न था
अनजाने लोगों को हर सू चलता फिरता देख रहा हूँ