Heart Broken Poetry of Azhar Adeeb

Heart Broken Poetry of Azhar Adeeb
नामअज़हर अदीब
अंग्रेज़ी नामAzhar Adeeb
जन्म की तारीख1949
जन्म स्थानGhotki

तुम उस की बातों में न आना

दश्त-ए-शब में पता ही नहीं चल सका

ऐ शहर-ए-सितम छोड़ के जाते हुए लोगो

आज निकले याद की ज़म्बील से

वो शब के साए में फ़स्ल-ए-नशात काटते हैं

सुब्ह कैसी है वहाँ शाम की रंगत क्या है

रौशनी हस्ब-ए-ज़रूरत भी नहीं माँगते हम

क़ज़ा का तीर था कोई कमान से निकल गया

लहजे और आवाज़ में रक्खा जाता है

कुछ अब के रस्म-ए-जहाँ के ख़िलाफ़ करना है

कल परदेस में याद आएगी ध्यान में रख

जगह फूलों की रखते हैं घना साया बनाते हैं

घनेरी छाँव के सपने बहुत दिखाए गए

दिल प्यासा और आँख सवाली रह जाती है

दर-ओ-दीवार से डर लग रहा था

दरीचों में चराग़ों की कमी महसूस होती है

अज़हर अदीब Heart Broken Poetry in Hindi - Read famous Heart Broken Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अज़हर अदीब. Largest collection of Heart Broken Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अज़हर अदीब. Share the अज़हर अदीब Heart Broken Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.