Love Poetry of Daniyal Tareer

Love Poetry of Daniyal Tareer
नामदानियाल तरीर
अंग्रेज़ी नामDaniyal Tareer
जन्म की तारीख1980
जन्म स्थानQuetta

दरिंदे साथ रहना चाहते हैं आदमी के

तमन्ना का दूसरा क़दम

संग-ए-बुनियाद

मैं नफ़ी में

एक सब आग एक सब पानी

शहर से क्या गई जानिब-ए-दश्त-ए-ज़र ज़िंदगी फ़ाख़्ता

साकित हो मगर सब को रवानी नज़र आए

पानी के शीशों में रक्खी जाती है

नई नई सूरतें बदन पर उजालता हूँ

मिट्टी था और दूध में गूँधा गया मुझे

ख़्वाब-कारी वही कमख़्वाब वही है कि नहीं

ख़्वाब जज़ीरा बन सकते थे नहीं बने

जरस और सारबानों तक पहुँचना चाहता है

गया कि सैल-ए-रवाँ का बहाव ऐसा था

चाँद छूने की तलबगार नहीं हो सकती

आग में जलते हुए देखा गया है

दानियाल तरीर Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by दानियाल तरीर. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by दानियाल तरीर. Share the दानियाल तरीर Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.