फ़ारूक़ नाज़की कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का फ़ारूक़ नाज़की (page 2)

फ़ारूक़ नाज़की कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का फ़ारूक़ नाज़की (page 2)
नामफ़ारूक़ नाज़की
अंग्रेज़ी नामFarooq Nazki
जन्म की तारीख1940
जन्म स्थानSrinagar

तेरी मर्ज़ी न दे सबात मुझे

रंग ख़ाके में नया भर दूँगा मैं

पूरे क़द से मैं खड़ा हूँ सामने आएगा क्या

फिर पहाड़ों से उतर कर आएँगे

नई बासी कोई ख़बर दे दे

मेरे चेहरे की स्याही का पता दे कोई

में इक गाँव का शाएर हूँ

मशवरा देने की कोशिश तो करो

मशवरा देने की कोशिश तो करो

जूँही बाम-ओ-दर जागे

जब भी तुम को सोचा है

इतनी ख़राब सूरत-ए-हालात भी नहीं

हिसार-ए-जिस्म से आगे निकल गया होता

ग़म की चादर ओढ़ कर सोए थे क्या

गहरी नीली शाम का मंज़र लिखना है

दर्द की रात गुज़रती है मगर आहिस्ता

बस्ती से दूर जा के कोई रो रहा है क्यूँ

अपनी ग़ज़ल को ख़ून का सैलाब ले गया

अजीब रंग सा चेहरों पे बे-कसी का है

ऐ मरकज़-ए-ख़याल बिखरने लगा हूँ मैं

ए मरकज़-ए-ख़याल बिखरने लगा हूँ में

Farooq Nazki Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Farooq Nazki including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Farooq Nazki. Free Download all kind of Farooq Nazki Poetry in PDF. Best of Farooq Nazki Poetry in Hindi. Farooq Nazki Ghazals and Inspirational Nazams for Students.