Coupletss of Farooq Nazki
नाम | फ़ारूक़ नाज़की |
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अंग्रेज़ी नाम | Farooq Nazki |
जन्म की तारीख | 1940 |
जन्म स्थान | Srinagar |
कविताएं
Ghazal 25
Nazam 11
Couplets 15
Love 18
Sad 24
Heart Broken 26
Bewafa 1
Hope 9
Friendship 6
Islamic 3
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 2
ख्वाब 7
Sharab 4
तू ख़ुदा है तो बजा मुझ को डराता क्यूँ है
सुना है लोग वहाँ मुझ से ख़ार खाते हैं
सितारे बोती रहीं नींद से तही आँखें
संग-परस्तों की बस्ती में शीशा-गरों की ख़ैर नहीं है
क़द्रों की हदें तोड़ नई तरह निकाल
मुझ से क्या पूछते हो नाम पता
मैं हूँ 'मुज़्तर' बदन की नगरी में
काँच के अल्फ़ाज़ काग़ज़ पर न रख
जुनूँ-आसार मौसम का पता कोई नहीं देगा
जब कोई नौजवान मरता है
हिसार-ए-ख़ौफ़-ओ-हिरास में है बुतान-ए-वहम-ओ-गुमाँ की बस्ती
भटक न जाता अगर ज़ात के बयाबाँ में
बहकी हुई रूहों को तसल्ली दे कर
अब फ़क़ीरी में कोई बात नहीं
आप की तस्वीर थी अख़बार में