Love Poetry of Farooq Nazki

Love Poetry of Farooq Nazki
नामफ़ारूक़ नाज़की
अंग्रेज़ी नामFarooq Nazki
जन्म की तारीख1940
जन्म स्थानSrinagar

जुनूँ-आसार मौसम का पता कोई नहीं देगा

भटक न जाता अगर ज़ात के बयाबाँ में

ये कैसी रुत आ गई जुनूँ की

तेज़ाब, आकार ख़ुश्बू का

सुनहरी दरवाज़े के बाहर

नींद क्यूँ नहीं आती

मातम-ए-नीम-ए-शब

एहसास

और मैं चुप रहा

वही में हूँ वही ख़ाली मकाँ है

वही मैं हूँ वही ख़ाली मकाँ है

तोहमत-ए-सैर-ए-चमन हम पे लगी क्या न हुआ

रंग ख़ाके में नया भर दूँगा मैं

पूरे क़द से मैं खड़ा हूँ सामने आएगा क्या

में इक गाँव का शाएर हूँ

जब भी तुम को सोचा है

हिसार-ए-जिस्म से आगे निकल गया होता

दर्द की रात गुज़रती है मगर आहिस्ता

फ़ारूक़ नाज़की Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by फ़ारूक़ नाज़की. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by फ़ारूक़ नाज़की. Share the फ़ारूक़ नाज़की Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.