मुझे मलाल भी उस की तरफ़ से होता है

मुझे मलाल भी उस की तरफ़ से होता है

मगर ये हाल भी उस की तरफ़ से होता है

मैं टूटता भी हूँ और ख़ुद ही जुड़ भी जाता हूँ

कि ये कमाल भी उस की तरफ़ से होता है

पुकारता भी वही है मुझे सफ़र के लिए

सफ़र मुहाल भी उस की तरफ़ से होता है

जवाब देता है मेरे हर इक सवाल का वो

मगर सवाल भी उस की तरफ़ से होता है

वो मेरे हाल से मुझ को ही बे-ख़बर कर दे

ये एहतिमाल भी उस की तरफ़ से होता है

मैं उस के हिज्र में क्यूँ टूट कर नहीं रोया

ये इक सवाल भी उस की तरफ़ से होता है

जब आगही मुझे गुमराह करती है 'मोहसिन'

जुनूँ बहाल भी उस की तरफ़ से होता है

(531) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Mujhe Malal Bhi Uski Taraf Se Hota Hai In Hindi By Famous Poet Mohsin Asrar. Mujhe Malal Bhi Uski Taraf Se Hota Hai is written by Mohsin Asrar. Complete Poem Mujhe Malal Bhi Uski Taraf Se Hota Hai in Hindi by Mohsin Asrar. Download free Mujhe Malal Bhi Uski Taraf Se Hota Hai Poem for Youth in PDF. Mujhe Malal Bhi Uski Taraf Se Hota Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Mujhe Malal Bhi Uski Taraf Se Hota Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.