पंडित जवाहर नाथ साक़ी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का पंडित जवाहर नाथ साक़ी (page 3)
नाम | पंडित जवाहर नाथ साक़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Pandit Jawahar Nath Saqi |
हमारा हुस्न-ए-तअल्लुक़ वफ़ा बने न बने
ग़ज़ब के तैश में वो शोख़-दीदा आया था
गया सब रंज-ओ-ग़म कुंज-ए-क़फ़स का
दिल-सोख़्ता को अपने जलाया ग़ज़ब किया
दिल-ए-ज़िंदा ख़ुद रहनुमा हो गया
दिल-ए-शहीद हुआ है शहीद-ए-हुस्न-ए-सिफ़ात
दाग़-ए-ग़म-ए-फ़िराक़ मिटाया न जाएगा
अश्क आ आ के मिरी आँखों में थम जाते हैं
अगर इतना न तू अय्यार होता
अदू-ए-ख़ीरा-सराब हो गया बड़ा ख़ुर्रांट