परवीन शाकिर कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का परवीन शाकिर (page 5)
नाम | परवीन शाकिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Parveen Shakir |
जन्म की तारीख | 1952 |
मौत की तिथि | 1994 |
जन्म स्थान | Karachi |
मशवरा
मसअला
लेकिन बड़ी देर हो चुकी थी
ख़्वाब
ख़ुद से मिलने की फ़ुर्सत किसे थी
जुदाई की पहली रात
जिज़्या
गए जनम की सदा
फ़रोग़ फ़रख़-ज़ाद के लिए एक नज़्म
फ़बेअय्ये आलाए रब्बिकमा तुकज़्ज़िबान
ए'तिराफ़
एक मंज़र
एक दोस्त के नाम
एक्सटेसी
चाँद रात
बुलावा
ज़िंदगी बे-साएबाँ बे-घर कहीं ऐसी न थी
वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगा
वो मजबूरी नहीं थी ये अदाकारी नहीं है
वो हम नहीं जिन्हें सहना ये जब्र आ जाता
वक़्त-ए-रुख़्सत आ गया दिल फिर भी घबराया नहीं
टूटी है मेरी नींद मगर तुम को इस से क्या
थक गया है दिल-ए-वहशी मिरा फ़रियाद से भी
तेरी ख़ुश्बू का पता करती है
तेरा घर और मेरा जंगल भीगता है साथ साथ
ताज़ा मोहब्बतों का नशा जिस्म-ओ-जाँ में है
तराश कर मिरे बाज़ू उड़ान छोड़ गया
सुंदर कोमल सपनों की बारात गुज़र गई जानाँ
शौक़-ए-रक़्स से जब तक उँगलियाँ नहीं खुलतीं
शाम आई तिरी यादों के सितारे निकले