परवीन शाकिर कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का परवीन शाकिर (page 4)
नाम | परवीन शाकिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Parveen Shakir |
जन्म की तारीख | 1952 |
मौत की तिथि | 1994 |
जन्म स्थान | Karachi |
चलने का हौसला नहीं रुकना मुहाल कर दिया
बोझ उठाते हुए फिरती है हमारा अब तक
बोझ उठाए हुए फिरती है हमारा अब तक
बस ये हुआ कि उस ने तकल्लुफ़ से बात की
बारहा तेरा इंतिज़ार किया
बंद कर के मिरी आँखें वो शरारत से हँसे
बख़्त से कोई शिकायत है न अफ़्लाक से है
बहुत से लोग थे मेहमान मेरे घर लेकिन
बदन के कर्ब को वो भी समझ न पाएगा
बात वो आधी रात की रात वो पूरे चाँद की
अपने क़ातिल की ज़ेहानत से परेशान हूँ मैं
अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई
अजब नहीं है कि दिल पर जमी मिली काई
अब्र बरसे तो इनायत उस की
अब उन दरीचों पे गहरे दबीज़ पर्दे हैं
अब तो इस राह से वो शख़्स गुज़रता भी नहीं
अब भी बरसात की रातों में बदन टूटता है
ज़ूद-पशीमान
ज़िद
वो बाग़ में मेरा मुंतज़िर था
वाहिमा
ताज-महल
सिर्फ़ एक लड़की
शुगून
पज़ीराई
अोथेलो
निक-नेम
नहीं मेरा आँचल मैला है
नए साल की पहली नज़्म
मुझे मत बताना