बे-रुख़ी को भी नवाज़िश की अदा कहना पड़ा
मस्लहत थी ज़हर पी कर भी दवा कहना पड़ा
बे-वक़ूफ़ी के अनोखे कारनामे देख कर
अच्छे-ख़ासे लीडरों को भी गधा कहना पड़ा
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