तुम हब्स के मौसम को ज़रा और बढ़ा लो
बे-सम्त न हो जाएँ परिंदों की उड़ानें
Anwar Masood
Mohsin Naqvi
Parveen Shakir
Gulzar
Habib Jalib
Javed Akhtar
Ahmad Faraz
Allama Iqbal
Rahat Indori
Wasi Shah
Faiz Ahmad Faiz
Mir Taqi Mir
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'अनीस-नागी' के नाम
नाइन इलेवन
शब-ए-व'अदा फ़सील-ए-हिज्र से आगे चमकता है तिरा इस्म-ए-सितारा-जू
दार-उल-अमान के दरवाज़े पर
जम्हूरियत
मनफ़ी शुऊर का इक वरक़
इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
कल रात बहुत ज़ोर था साहिल की हवा में
अजब क्या है रहे उस पार बहते जुगनुओं की रौशनी तहलील की ज़द में
मिरे लोगो! मैं ख़ाली हाथ आया हूँ
यूँ भी होता है ख़ानदान में क्या