Ghazals of Zuhoor Nazar

Ghazals of Zuhoor Nazar
नामज़ुहूर नज़र
अंग्रेज़ी नामZuhoor Nazar
जन्म की तारीख1923
मौत की तिथि1981

ज़ुल्म तो ये है कि शाकी मिरे किरदार का है

सहरा में घटा का मुंतज़िर हूँ

रो लेते थे हँस लेते थे बस में न था जब अपना जी

रो लेते थे हँस लेते थे बस में न था जब अपना जी

रो लेते थे हँस लेते थे बस में न था जब अपना जी

रक्खा नहीं ग़ुर्बत ने किसी इक का भरम भी

क़हत-ए-वफ़ा-ए-वा'दा-ओ-पैमाँ है इन दिनों

ख़ुद को पाने की तलब में आरज़ू उस की भी थी

इश्क़ में मारके बला के रहे

हयात वक़्फ़-ए-ग़म-ए-रोज़गार क्यूँ करते

हयात वक़्फ़-ए-ग़म-ए-रोज़गार क्यूँ करते

हर घड़ी क़यामत थी ये न पूछ कब गुज़री

दीपक-राग है चाहत अपनी काहे सुनाएँ तुम्हें

दिन ऐसे यूँ तो आए ही कब थे जो रास थे

छोड़ कर दिल में गई वहशी हवा कुछ भी नहीं

ज़ुहूर नज़र Ghazal in Hindi - Read famous ज़ुहूर नज़र Shayari, Ghazal, Nazams and SMS. Biggest collection of Love Poetry, Sad poetry, Sufi Poetry & Inspirational Poetry by famous Poet ज़ुहूर नज़र. Free Download Best Ghazal, Sufi Poetry, Two Lines Sher, Sad Poetry, written by Sufi Poet ज़ुहूर नज़र. ज़ुहूर नज़र Ghazals and Inspirational Nazams for Students.