Sad Poetry of Ahmad Faraz (page 2)

Sad Poetry of Ahmad Faraz (page 2)
नामअहमद फ़राज़
अंग्रेज़ी नामAhmad Faraz
जन्म की तारीख1931
मौत की तिथि2008

'फ़राज़' इश्क़ की दुनिया तो ख़ूब-सूरत थी

इक ये भी तो अंदाज़-ए-इलाज-ए-ग़म-ए-जाँ है

दिल-गिरफ़्ता ही सही बज़्म सजा ली जाए

चुप-चाप अपनी आग में जलते रहो 'फ़राज़'

अब तिरा ज़िक्र भी शायद ही ग़ज़ल में आए

ज़ेर-ए-लब

तो बेहतर है यही

तसलसुल

तख़्लीक़

सवाल

सफ़ेद छड़ियाँ

पहली आवाज़

नामा-ए-जानाँ

मुझ से पहले

मुहासरा

मयूरका

ख़्वाबों के ब्योपारी

कर गए कूच कहाँ

काली दीवार

ईद-कार्ड

हच-हाईकर

हमदर्द

दोस्ती का हाथ

भली सी एक शक्ल थी

बन-बास की एक शाम

बन-बास

ऐ मेरे वतन के ख़ुश-नवाओ

ऐ मेरे सारे लोगो

अभी हम ख़ूबसूरत हैं

यूँही मर मर के जिएँ वक़्त गुज़ारे जाएँ

अहमद फ़राज़ Sad Poetry in Hindi - Read famous Sad Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अहमद फ़राज़. Largest collection of Sad Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अहमद फ़राज़. Share the अहमद फ़राज़ Sad Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.