Hope Poetry of Ali Akbar Natiq

Hope Poetry of Ali Akbar Natiq
नामअली अकबर नातिक़
अंग्रेज़ी नामAli Akbar Natiq
जन्म की तारीख1976
मौत की तिथि-

हिजाब आ गया था मुझ को दिल के इज़्तिराब पर

चराग़ बाँटने वालों प हैरतें न करो

उठेंगे मौत से पहले

सफ़ीर-ए-लैला-3

सफ़ीर-ए-लैला-2

मुसीबत की ख़बरें

मिरे चराग़ बुझ गए

लुहार जानता नहीं

हुजूम-ए-गिर्या

क़ैद-ख़ाने की हवा में शोर है आलाम का

कँवल हों आब में ख़ुश गुल सबा में शाद रहें

हवा के तख़्त पर अगर तमाम उम्र तू रहा

अली अकबर नातिक़ Hope Poetry in Hindi - Read famous Hope Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अली अकबर नातिक़. Largest collection of Hope Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अली अकबर नातिक़. Share the अली अकबर नातिक़ Hope Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.