Love Poetry of Ali Akbar Natiq

Love Poetry of Ali Akbar Natiq
नामअली अकबर नातिक़
अंग्रेज़ी नामAli Akbar Natiq
जन्म की तारीख1976
मौत की तिथि-

उठेंगे मौत से पहले

सुर्मा हो या तारा

सफ़ीर-ए-लैला-4

सफ़ीर-ए-लैला-3

सफ़ीर-ए-लैला-2

सफ़ीर-ए-लैला-1

रह-ज़नी ख़ूब नहीं ख़्वाजा-सराओं के लिए

नाम ओ नसब

मुसीबत की ख़बरें

मिरे चराग़ बुझ गए

लुहार जानता नहीं

हुजूम-ए-गिर्या

चरवाहे का जवाब

क़ैद-ख़ाने की हवा में शोर है आलाम का

कसे कजावे महमिलों के और जागा रात का तारा भी

कँवल हों आब में ख़ुश गुल सबा में शाद रहें

दिल के दाग़ में सीसा है और ज़ख़्म-ए-जिगर में ताँबा है

चाँदी वाले, शीशे वाले, आँखों वाले शहर में

अज़ल के क़िस्सा-गो ने दिल की जो उतारी दास्ताँ

अली अकबर नातिक़ Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अली अकबर नातिक़. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अली अकबर नातिक़. Share the अली अकबर नातिक़ Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.