Coupletss of Ali Akbar Natiq
नाम | अली अकबर नातिक़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ali Akbar Natiq |
जन्म की तारीख | 1976 |
मौत की तिथि | - |
कविताएं
Ghazal 15
Nazam 16
Couplets 15
Love 19
Sad 20
Heart Broken 28
Hope 12
Friendship 5
Islamic 2
Sufi 1
Social 1
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 2
ख्वाब 6
ज़र्द फूलों में बसा ख़्वाब में रहने वाला
वो शख़्स अमर है, जो पीवेगा दो चाँदों के नूर
सर्द रातों की हवा में उड़ते पत्तों के मसील
मुख़्तसर बात थी, फैली क्यूँ सबा की मानिंद
कोई न रस्ता नाप सका है, रेत पे चलने वालों का
किसी का साया रह गया गली के ऐन मोड़ पर
इतना आसाँ नहीं पानी से शबीहें धोना
हिजाब आ गया था मुझ को दिल के इज़्तिराब पर
ग़ुबार-ए-शहर में उसे न ढूँड जो ख़िज़ाँ की शब
फ़ाख़ताएँ बोलती हैं बाजरों के देस में
धूप फैली तो कहा दीवार ने झुक कर मुझे
चराग़ बाँटने वालों प हैरतें न करो
बस्तियों वाले तो ख़ुद ओढ़ के पत्ते, सोए
आसमाँ के रौज़नों से लौट आता था कभी
आधे पेड़ पे सब्ज़ परिंदे आधा पेड़ आसेबी है