Hope Poetry of Baqi Siddiqui

Hope Poetry of Baqi Siddiqui
नामबाक़ी सिद्दीक़ी
अंग्रेज़ी नामBaqi Siddiqui
जन्म की तारीख1905
मौत की तिथि1972
जन्म स्थानRawalpindi

दिल की दीवार गिर गई शायद

वो नज़र आईना-फ़ितरत ही सही

उन का या अपना तमाशा देखो

तारे दर्द के झोंके बन कर आते हैं

रंग-ए-दिल रंग-ए-नज़र याद आया

मरहले ज़ीस्त के आसान हुए

ख़बर कुछ ऐसी उड़ाई किसी ने गाँव में

जुनूँ की राख से मंज़िल में रंग क्या आए

इस कार-ए-गह-ए-रंग में हम तंग नहीं क्या

हम ज़र्रे हैं ख़ाक-ए-रहगुज़र के

एतिबार-ए-नज़र करें कैसे

बाक़ी सिद्दीक़ी Hope Poetry in Hindi - Read famous Hope Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by बाक़ी सिद्दीक़ी. Largest collection of Hope Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by बाक़ी सिद्दीक़ी. Share the बाक़ी सिद्दीक़ी Hope Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.