Love Poetry of Fuzail Jafri

Love Poetry of Fuzail Jafri
नामफ़ुज़ैल जाफ़री
अंग्रेज़ी नामFuzail Jafri
जन्म की तारीख1936
जन्म स्थानMumbai

ज़िद में दुनिया की बहर-हाल मिला करते थे

ये सच है हम को भी खोने पड़े कुछ ख़्वाब कुछ रिश्ते

कोई मंज़िल आख़िरी मंज़िल नहीं होती 'फ़ुज़ैल'

किस दर्द से रौशन है सियह-ख़ाना-ए-हस्ती

चमकते चाँद से चेहरों के मंज़र से निकल आए

भूले-बिसरे हुए ग़म फिर उभर आते हैं कई

वो मौज-ए-ख़ुनुक शहर-ए-शरर तक नहीं आई

तेज़ आँधी रात अँधयारी अकेला राह-रौ

साहब दिलों से राह में आँखें मिला के देख

सदाक़तों के दहकते शोलों पे मुद्दतों तक चला किए हम

रिश्ता जिगर का ख़ून-ए-जिगर से नहीं रहा

क़दम क़दम पे हैं बिखरी हक़ीक़तें क्या क्या

निभेगी किस तरह दिल सोचता है

नौमीद करे दिल को न मंज़िल का पता दे

मौज-ए-ख़ूँ सर से गुज़र जाती है हर रात मिरे

मैं उजड़ा शहर था तपता था दश्त के मानिंद

ख़ुद लफ़्ज़ पस-ए-लफ़्ज़ कभी देख सके भी

कैसा मकान साया-ए-दीवार भी नहीं

कैसा मकान साया-ए-दीवार भी नहीं

हर सम्त लहू-रंग घटा छाई सी क्यूँ है

है इबारत जो ग़म-ए-दिल से वो वहशत भी न थी

गुज़र रही है मगर ख़ासे इज़्तिराब के साथ

घर से बे-ज़ार हूँ कॉलेज में तबीअ'त न लगे

दीवाने इतने जम्अ' हुए शहर बन गया

दिलों के आइने धुँदले पड़े हैं

चुप रहे देख के उन आँखों के तेवर आशिक़

छू भी तो नहीं सकते हम मौज-ए-सबा बन कर

चेहरे मकान राह के पत्थर बदल गए

चमकते चाँद से चेहरों के मंज़र से निकल आए

भूले-बिसरे हुए ग़म फिर उभर आते हैं कई

फ़ुज़ैल जाफ़री Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by फ़ुज़ैल जाफ़री. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by फ़ुज़ैल जाफ़री. Share the फ़ुज़ैल जाफ़री Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.