Sad Poetry of Hari Chand Akhtar
नाम | हरी चंद अख़्तर |
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अंग्रेज़ी नाम | Hari Chand Akhtar |
जन्म की तारीख | 1901 |
मौत की तिथि | 1958 |
कविताएं
Ghazal 11
Couplets 15
Love 14
Sad 8
Heart Broken 12
Bewafa 2
Hope 8
Friendship 2
Islamic 12
Social 1
ख्वाब 1
Sharab 1
हाँ वो दिन याद हैं जब हम भी कहा करते थे
उमीदों से दिल-ए-बर्बाद को आबाद करता हूँ
सुना कर हाल क़िस्मत आज़मा कर लौट आए हैं
शैख़ ओ पंडित धर्म और इस्लाम की बातें करें
सैर-ए-दुनिया से ग़रज़ थी महव-ए-दुनिया कर दिया
जिस ज़मीं पर तिरा नक़्श-ए-कफ़-ए-पा होता है
जम्अ हैं सारे मुसाफ़िर ना-ख़ुदा-ए-दिल के पास
ग़ुरूर-ज़ब्त से आह-ओ-फ़ुग़ाँ तक बात आ पहुँची