Friendship Poetry of Hasan Nayeem

Friendship Poetry of Hasan Nayeem
नामहसन नईम
अंग्रेज़ी नामHasan Nayeem
जन्म की तारीख1927
मौत की तिथि1991

इतना रोया हूँ ग़म-ए-दोस्त ज़रा सा हँस कर

तशवीश

वो कज-निगाह न वो कज-शिआ'र है तन्हा

उसी ख़ुश-नवा में हैं सब हुनर मुझे पहले था न क़यास भी

क़सीदा तुझ से ग़ज़ल तुझ से मर्सिया तुझ से

मुझ को कोई भी सिला मिलने में दुश्वारी न थी

कुछ उसूलों का नशा था कुछ मुक़द्दस ख़्वाब थे

ख़ुर्शीद की निगाह से शबनम को आस क्या

करें न याद वो शब हादिसा हुआ सो हुआ

करें न याद शब-ए-हादिसा हुआ सो हुआ

हुस्न के सेहर ओ करामात से जी डरता है

दिल में हो आस तो हर काम सँभल सकता है

आँखों से टपके ओस तो जाँ में नमी रहे

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