क़ब्र में
मेरे जिस्म पर रेंगती
चूंटियों के अलावा
यहाँ कोई है
कोई भी तो नहीं है
मगर एक आवाज़ आती है
मुझ से कोई पूछता है
बता तेरा रब कौन है
कौन है?
कौन है
और मैं सोचता हूँ
अगर मेरा रब कोई है तो
उसे मेरे मरने का ग़म
क्यूँ नहीं है!
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