नावक हमज़ापुरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का नावक हमज़ापुरी
नाम | नावक हमज़ापुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Navak Hamzapuri |
शाएर शाएर है हो जो अहल-ए-ईमाँ
मश्शातगी-ए-ज़ुल्फ़-ए-सुख़न का एहसास
जब बोलो तो बोलो ऐसे कलेमात
हो आँखें तो देख मेरे ग़म की तहरीर
हर बात को पहले तौलता है शाएर
गूँगे अल्फ़ाज़ को नवा देता है
एहसास को लफ़्ज़ों में पिरोने का फ़न
बेदारी-ए-एहसास है उलझन मेरी