करें ताक़त गँवा कर आबिदाँ मय-ख़ाना कूँ सज्दा
क्या ज़ुन्नार में तस्बीह देखन रू-ए-ज़ेबारा
Mohsin Naqvi
Ahmad Faraz
Faiz Ahmad Faiz
Mir Taqi Mir
Gulzar
Habib Jalib
Jaun Eliya
Rahat Indori
Allama Iqbal
Wasi Shah
Anwar Masood
Javed Akhtar
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सकी मुख सफ़्हे पर तेरे लिख्या राक़िम मलक मिसरा
मदन मस्त बदल मस्त कजन मस्त परी मस्त
पिया के नयन में बहुत छंद है
पिया बाज प्याला पिया जाए ना
अज़ल थे है मुजे ख़ूबाँ सूँ इख़्लास
सकी आज प्याला अनंद का पिला मुंज
पिया का इशक है मिरा यार-ए-जानी
सकी तुज ज़ुल्फ़ है जीवाँ के आख़िज़
तुमन रौशनी बिन हमन रौशनी नाह
प्यारी प्यारी सूँ प्यार किए
प्यारी के नैनाँ हैं जैसे कटारे