कोई ख़ुश-ज़ौक़ ही 'शाहिद' ये नुक्ता जान सकता है
कि मेरे शेर और नख़रे तुम्हारे एक जैसे हैं
Mohsin Naqvi
Anwar Masood
Mir Taqi Mir
Rahat Indori
Allama Iqbal
Gulzar
Faiz Ahmad Faiz
Wasi Shah
Habib Jalib
Parveen Shakir
Javed Akhtar
Ahmad Faraz
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स्पैशलिस्ट पेन-किलर दे तो कौन सा?
जदीद-तरीन आदमी-नामा
बजट की कई सख़्तियाँ और भी हैं
डॉज-महल
हम ने तो उन्हें जामिआ से नक़्द ख़रीदा
क्रिकेटर से मुकालिमा
'शाहिद'-साहिब कहलाते हैं मिस्टर भी मौलाना भी
पागल लड़की
सेंट की कजले की और ग़ाज़े की गुल-कारी के ब'अद
ख़बर है मेरी रुस्वाई की
जहाँ सुल्ताना पढ़ती थी
फ़क़त रंग ही उन का काला नहीं है