स्पैशलिस्ट पेन-किलर दे तो कौन सा?
''सारे जहाँ का दर्द हमारे जिगर में है''
Parveen Shakir
Faiz Ahmad Faiz
Gulzar
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Anwar Masood
Wasi Shah
Mir Taqi Mir
Allama Iqbal
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वही मक़्बूल लीडर और डिप्लोमैट होता है
सेंट की कजले की और ग़ाज़े की गुल-कारी के ब'अद
मुर्ग़ पर फ़ौरन झपट दावत में वर्ना ब'अद में
कुछ लोग रब्त-ए-ख़ास से आगे निकल गए
क्रिकेटर से मुकालिमा
मुनाफ़ा मुश्तरक है और ख़सारे एक जैसे हैं
राज़-ओ-नियाज़ में भी अकड़-फ़ूँ नहीं गई
लबों में आ के क़ुल्फ़ी हो गए अशआर सर्दी में
कोई ख़ुश-ज़ौक़ ही 'शाहिद' ये नुक्ता जान सकता है
इस दौर के मर्दों की जो की शक्ल-शुमारी
मोटर-रिक्शा
इश्क़ में कुछ इस सबब से भी है आसानी मुझे