एक मंज़र

पुल के उस सिरे से आती हुई

अंगुश्त चेहरे वाली बद-सूरत औरत के

लटके हुए पिस्तानों पर

भिनभिनाती मक्खियों की मरी हुई आँखों में

सूखी नदी के अध-मुए मेंडकों की सरसराहट

लंगड़े भिकारी की पसलियों के दरमियान

हाँफती इकन्नियों की

कशकोली खाँसी की मैली शिकनों में

रेंगते बिच्छूओं के साए

बसों टैक्सियों और रिक्शाओं के फिसलते पहियों तले

दौड़ती सड़कों की रीढ़ की हड्डियों में

बिखरती हुई तीरगी का खुरदुरा लम्स

मेरी खिड़की की

चौकोर उदासी के पीले दाँतों पर

जमी हुई पीढ़ियों को खुरचने की

एक और नाकाम कोशिश की

सियाहियों में गुम हो जाते हैं

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Ek Manzar In Hindi By Famous Poet Adil Mansuri. Ek Manzar is written by Adil Mansuri. Complete Poem Ek Manzar in Hindi by Adil Mansuri. Download free Ek Manzar Poem for Youth in PDF. Ek Manzar is a Poem on Inspiration for young students. Share Ek Manzar with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.