Heart Broken Poetry of Bilal Ahmad

Heart Broken Poetry of Bilal Ahmad
नामबिलाल अहमद
अंग्रेज़ी नामBilal Ahmad
जन्म की तारीख1979

सुना है मैं ने अज़िय्यत मज़ा भी देती है

रिस रहा है मुद्दत से कोई पहला ग़म मुझ में

अजीब क़ैद थी जिस में बहुत ख़ुशी थी मुझे

तड़ख़न

सोते में मुस्कुराते बच्चे को देख कर

नास्टैल्जिया

मुश्किल

एक ख़्वाब

दीवार-ए-काबा 19 नवम्बर 1989

धुँद

ज़मीं नई थी अनासिर की ख़ू बदलती थी

तिरी तलाश में निकला तो रास्ता हुआ मैं

शफ़क़ से बाम-ए-फ़लक लाला-गूँ भी होता है

रिस रहा है मुद्दत से कोई पहला ग़म मुझ में

इक दिखावा रह गया बस दिल से वो चाहत गई

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