पूछ लेते वो बस मिज़ाज मिरा
कितना आसान था इलाज मिरा
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उसे ले कर जो गाड़ी जा चुकी है
नहीं हो तुम तो ऐसा लग रहा है
आज पैवंद की ज़रूरत है
परिंदे सहमे सहमे उड़ रहे हैं
चलती साँसों को जाम करने लगा
परेशाँ है वो झूटा इश्क़ कर के
वो कहीं था कहीं दिखाई दिया
निगाहें करती रह जाती हैं हिज्जे
कोई मिलता नहीं ख़ुदा की तरह
आप तशरीफ़ लाए थे इक रोज़
नमक की रोज़ मालिश कर रहे हैं