Heart Broken Poetry of Hafeez Merathi

Heart Broken Poetry of Hafeez Merathi
नामहफ़ीज़ मेरठी
अंग्रेज़ी नामHafeez Merathi
जन्म की तारीख1922
मौत की तिथि2000
जन्म स्थानMeerut

शीशा टूटे ग़ुल मच जाए

रसा हों या न हों नाले ये नालों का मुक़द्दर है

तमाम रात आँसुओं से ग़म उजालता रहा

सितम की तेग़ ये कहती है सर न ऊँचा कर

पी कर चैन अगर आया भी कितनी देर को आएगा

लहू से अपने ज़मीं लाला-ज़ार देखते थे

कौन कहता है कि महरूमी का शिकवा न करो

इस दीवाने दिल को देखो क्या शेवा अपनाए है

गुदाज़-ए-दिल से मिला सोज़िश-ए-जिगर से मिला

चाहे तन मन सब जल जाए

बज़्म-ए-तकल्लुफ़ात सजाने में रह गया

बाद-ए-सबा ये ज़ुल्म ख़ुदा-रा न कीजियो

ऐ दिल ख़ुशी का ज़िक्र भी करने न दे मुझे

आबाद रहेंगे वीराने शादाब रहेंगी ज़ंजीरें

हफ़ीज़ मेरठी Heart Broken Poetry in Hindi - Read famous Heart Broken Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by हफ़ीज़ मेरठी. Largest collection of Heart Broken Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by हफ़ीज़ मेरठी. Share the हफ़ीज़ मेरठी Heart Broken Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.