Sad Poetry of Haidar Qureshi

Sad Poetry of Haidar Qureshi
नामहैदर क़ुरैशी
अंग्रेज़ी नामHaidar Qureshi
जन्म स्थानGermany

मौत से पहले जहाँ में चंद साँसों का अज़ाब

वस्ल की शब थी और उजाले कर रक्खे थे

उस दरबार में लाज़िम था अपने सर को ख़म करते

तुम्हारे इश्क़ में किस किस तरह ख़राब हुए

मेरे उस के दरमियाँ जो फ़ासला रक्खा गया

लफ़्ज़ तेरी याद के सब बे-सदा कर आए हैं

फ़स्ल-ए-ग़म की जब नौ-ख़ेज़ी हो जाती है

इक ख़्वाब कि जो आँख भिगोने के लिए है

अजीब कर्ब-ओ-बला की है रात आँखों में

अब के उस ने कमाल कर डाला

आप लोगों के कहे पर ही उखड़ जाते हैं

हैदर क़ुरैशी Sad Poetry in Hindi - Read famous Sad Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by हैदर क़ुरैशी. Largest collection of Sad Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by हैदर क़ुरैशी. Share the हैदर क़ुरैशी Sad Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.