Hope Poetry of Hasan Abbas Raza

Hope Poetry of Hasan Abbas Raza
नामहसन अब्बास रज़ा
अंग्रेज़ी नामHasan Abbas Raza
जन्म की तारीख1951
जन्म स्थानRawalpindi

आँखों से ख़्वाब दिल से तमन्ना तमाम-शुद

शाएरी पूरा मर्द और पूरी औरत माँगती है

आसार-ए-क़दीमा से निकला एक नविश्ता

सीने की ख़ानक़ाह में आने नहीं दिया

शब की शब महफ़िल में कोई ख़ुश-कलाम आया तो क्या

न आरज़ुओं का चाँद चमका न क़ुर्बतों के गुलाब महके

इरादा था कि अब के रंग-ए-दुनिया देखना है

हम परियों के चाहने वाले ख़्वाब में देखें परियाँ

हमें तो ख़्वाहिश-ए-दुनिया ने रुस्वा कर दिया है

गुलाब-ए-सुर्ख़ से आरास्ता दालान करना है

घर लौटते हैं जब भी कोई यार गँवा कर

आँखों से ख़्वाब दिल से तमन्ना तमाम-शुद

हसन अब्बास रज़ा Hope Poetry in Hindi - Read famous Hope Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by हसन अब्बास रज़ा. Largest collection of Hope Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by हसन अब्बास रज़ा. Share the हसन अब्बास रज़ा Hope Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.