Khawab Poetry of Humaira Rahat
नाम | हुमैरा राहत |
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अंग्रेज़ी नाम | Humaira Rahat |
जन्म की तारीख | 1959 |
जन्म स्थान | Karachi, Pakistan |
सुना है ख़्वाब मुकम्मल कभी नहीं होते
ये कहना था जो दुनिया कह रही है
वक़्त की आँख से कुछ ख़्वाब नए माँगता है
तुम्हारे इश्क़ पे दिल को जो मान था न रहा
मिसाल-ए-ख़ाक कहीं पर बिखर के देखते हैं
कहानी को मुकम्मल जो करे वो बाब उठा लाई
हवा के साथ ये कैसा मोआमला हुआ है
हर एक ख़्वाब की ताबीर थोड़ी होती है
फ़साना अब कोई अंजाम पाना चाहता है
आँखों से किसी ख़्वाब को बाहर नहीं देखा