Sad Poetry of Iqbal Azeem
नाम | इक़बाल अज़ीम |
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अंग्रेज़ी नाम | Iqbal Azeem |
जन्म की तारीख | 1913 |
मौत की तिथि | 2000 |
जन्म स्थान | Meerut |
कविताएं
Ghazal 21
Couplets 21
Love 15
Sad 14
Heart Broken 18
Hope 11
Friendship 2
Islamic 3
ख्वाब 3
Sharab 3
रौशनी मुझ से गुरेज़ाँ है तो शिकवा भी नहीं
हाथ फैलाऊँ मैं ईसा-नफ़सों के आगे
ज़हर के घूँट भी हँस हँस के पिए जाते हैं
ज़ब्त भी चाहिए ज़र्फ़ भी चाहिए और मोहतात पास-ए-वफ़ा चाहिए
ये निगाह-ए-शर्म झुकी झुकी ये जबीन-ए-नाज़ धुआँ धुआँ
वो यूँ मिला कि ब-ज़ाहिर ख़फ़ा ख़फ़ा सा लगा
सब समझते हैं कि हम किस कारवाँ के लोग हैं
मुझे अपने ज़ब्त पे नाज़ था सर-ए-बज़्म रात ये क्या हुआ
माना कि ज़िंदगी से हमें कुछ मिला भी है
हम बहुत दूर निकल आए हैं चलते चलते
बस हो चुका हुज़ूर ये पर्दे हटाइए
अल्लाह रे यादों की ये अंजुमन-आराई
अब इसे क्या करे कोई आँखों में रौशनी नहीं
आँखों से नूर दिल से ख़ुशी छीन ली गई