Ghazals of Nazeer Siddiqui
नाम | नज़ीर सिद्दीक़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Nazeer Siddiqui |
जन्म की तारीख | 1930 |
मौत की तिथि | 2001 |
जन्म स्थान | Islamabad |
ये जो इंसाँ ख़ुदा का है शहकार
ये जो इंसाँ ख़ुदा का है शहकार
लज़्ज़त-ए-ख़्वाब दे गए हुस्न-ए-ख़याल दे गए
किस क़ुव्वत-ए-बे-दर्द का इज़हार है दुनिया
ख़ुद-फ़रेबी ने बे-शक सहारा दिया और तबीअ'त ब-ज़ाहिर बहलती रही
जिन के गुनाह मेरी नज़र से निहाँ नहीं
हवस की आग बुझी दिल की तिश्नगी है वही
हर शख़्स बन गया है ख़ुदा तेरे शहर में
हालात अब तो इतने दुश्वार हो गए हैं
चश्म-ए-नम कुछ भी नहीं और शेर-ए-तर कुछ भी नहीं
बदल गई है कुछ ऐसी हवा ज़माने की
और ही वो लोग हैं जिन को है यज़्दाँ की तलाश
आँखों में बे-रुख़ी नहीं दिल में कशीदगी नहीं