जिसे अंजाम तुम समझती हो
इब्तिदा है किसी कहानी की
Allama Iqbal
Habib Jalib
Rahat Indori
Mir Taqi Mir
Anwar Masood
Jaun Eliya
Javed Akhtar
Faiz Ahmad Faiz
Gulzar
Ahmad Faraz
Parveen Shakir
Mohsin Naqvi
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(843) Peoples Rate This
आए हैं रंग बहाली पर
इक दास्तान अब भी सुनाते हैं फ़र्श ओ बाम
पत्थरों में आइना मौजूद है
तेरी आशुफ़्ता-मिज़ाजी ऐ दिल
ये होंट तिरे रेशम ऐसे
मैं किताब-ए-ख़ाक खोलूँ तो खुले
बहता हुआ पानी
सुब्ह होते ही
किस पर पोशीदा और किस पे अयाँ होना था
क़सम इस आग और पानी की
दश्त छोड़ा तो क्या मिला 'सरवत'
आँखों में दमक उट्ठी है तस्वीर-ए-दर-ओ-बाम