सिराज अजमली कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का सिराज अजमली

सिराज अजमली  कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का सिराज अजमली
नामसिराज अजमली
अंग्रेज़ी नामSiraj Ajmali
जन्म स्थानAligarh

ये तग़य्युर रू-नुमा हो जाएगा सोचा न था

वीराँ बहुत है ख़्वाब-महल जागते रहो

समुंदरों में सराब और ख़ुश्कियों में गिर्दाब देखता है

फिर सूरज ने शहर पे अपने क़हर का यूँ आग़ाज़ किया

मरहले सख़्त बहुत पेश-ए-नज़र भी आए

क्या सोचते रहते हो तस्वीर बना कर के

क्या दास्ताँ थी पहले बयाँ ही नहीं हुई

झुका के सर को चलना जिस जगह का क़ाएदा था

ब-ज़ाहिर जो नज़र आते हो तुम मसरूर ऐसा कैसे करते हो

Siraj Ajmali Poetry in Hindi - Read Best Poetry, Ghazals & Nazams by Siraj Ajmali including Sad Shayari, Hope Poetry, Inspirational Poetry, Sher SMS & Sufi Shayari in Hindi written by great Sufi Poet Siraj Ajmali. Free Download all kind of Siraj Ajmali Poetry in PDF. Best of Siraj Ajmali Poetry in Hindi. Siraj Ajmali Ghazals and Inspirational Nazams for Students.