Love Poetry of Aftab Iqbal Shamim

Love Poetry of Aftab Iqbal Shamim
नामआफ़ताब इक़बाल शमीम
अंग्रेज़ी नामAftab Iqbal Shamim
जन्म की तारीख1933
जन्म स्थानpakistan

इश्क़ में ये मजबूरी तो हो जाती है

दिल और दुनिया दोनों को ख़ुश रखने में

मुंकिर का ख़ौफ़

हिज्र-ज़ाद

दीवार-ए-चीन

ये पेड़ ये पहाड़ ज़मीं की उमंग हैं

ये जो ठहरा हुआ मंज़र है बदलता ही नहीं

वो अपने जुज़्व में खोया गया है इस हद तक

फिर बपा शहर में अफ़रातफ़री कर जाए

नज़र के सामने रहना नज़र नहीं आना

मिसाल-ए-सैल-ए-बला न ठहरे हवा न ठहरे

मैं जब भी छूने लगूँ तुम ज़रा परे हो जाओ

कभी ख़ुद को दर्द-शनास करो कभी आओ ना

जब वो इक़रार-ए-आश्नाई करे

जब चाहा ख़ुद को शाद या नाशाद कर लिया

इश्क़ में ये मजबूरी तो हो जाती है

दिखाई जाएगी शहर-ए-शब में सहर की तमसील चल के देखें

असीर-ए-हाफ़िज़ा हो आज के जहान में आओ

आफ़ताब इक़बाल शमीम Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by आफ़ताब इक़बाल शमीम. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by आफ़ताब इक़बाल शमीम. Share the आफ़ताब इक़बाल शमीम Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.