ये क्या कि आशिक़ी में भी फ़िक्र-ए-ज़ियाँ रहे
ये क्या कि आशिक़ी में भी फ़िक्र-ए-ज़ियाँ रहे
दामन का चाक ता-ब-जिगर जाना चाहिए
(684) Peoples Rate This
ये क्या कि आशिक़ी में भी फ़िक्र-ए-ज़ियाँ रहे
दामन का चाक ता-ब-जिगर जाना चाहिए
(684) Peoples Rate This