Sharab Poetry of Allama Iqbal (page 2)
नाम | अल्लामा इक़बाल |
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अंग्रेज़ी नाम | Allama Iqbal |
जन्म की तारीख | 1877 |
मौत की तिथि | 1938 |
जन्म स्थान | Lahore |
कविताएं
Ghazal 85
Nazam 40
Couplets 119
Rubaai 10
Qita 54
Kids 5
Love 130
Sad 87
Heart Broken 110
Bewafa 9
Hope 56
Friendship 22
Islamic 60
Sufi 34
Social 8
देशभक्तिपूर्ण 22
बारिश 5
ख्वाब 14
Sharab 42
मजनूँ ने शहर छोड़ा तो सहरा भी छोड़ दे
ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी
कुशादा दस्त-ए-करम जब वो बे-नियाज़ करे
ख़ुदी की शोख़ी ओ तुंदी में किब्र-ओ-नाज़ नहीं
खो न जा इस सहर ओ शाम में ऐ साहिब-ए-होश
ख़िरद ने मुझ को अता की नज़र हकीमाना
करेंगे अहल-ए-नज़र ताज़ा बस्तियाँ आबाद
कमाल-ए-जोश-ए-जुनूँ में रहा मैं गर्म-ए-तवाफ़
हुआ न ज़ोर से उस के कोई गरेबाँ चाक
दिगर-गूँ है जहाँ तारों की गर्दिश तेज़ है साक़ी
अक़्ल गो आस्ताँ से दूर नहीं
अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर