Sharab Poetry of Allama Iqbal (page 2)

Sharab Poetry of Allama Iqbal (page 2)
नामअल्लामा इक़बाल
अंग्रेज़ी नामAllama Iqbal
जन्म की तारीख1877
मौत की तिथि1938
जन्म स्थानLahore

मजनूँ ने शहर छोड़ा तो सहरा भी छोड़ दे

ला फिर इक बार वही बादा ओ जाम ऐ साक़ी

कुशादा दस्त-ए-करम जब वो बे-नियाज़ करे

ख़ुदी की शोख़ी ओ तुंदी में किब्र-ओ-नाज़ नहीं

खो न जा इस सहर ओ शाम में ऐ साहिब-ए-होश

ख़िरद ने मुझ को अता की नज़र हकीमाना

करेंगे अहल-ए-नज़र ताज़ा बस्तियाँ आबाद

कमाल-ए-जोश-ए-जुनूँ में रहा मैं गर्म-ए-तवाफ़

हुआ न ज़ोर से उस के कोई गरेबाँ चाक

दिगर-गूँ है जहाँ तारों की गर्दिश तेज़ है साक़ी

अक़्ल गो आस्ताँ से दूर नहीं

अफ़्लाक से आता है नालों का जवाब आख़िर

अल्लामा इक़बाल Sharab Poetry in Hindi - Read famous Sharab Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अल्लामा इक़बाल. Largest collection of Sharab Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अल्लामा इक़बाल. Share the अल्लामा इक़बाल Sharab Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.