दोस्तो इंग्लिश ज़रूरी है हमारे वास्ते
फ़ेल होने को भी इक मज़मून होना चाहिए
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सोचना रूह में काँटे से बिछाए रखना
'अनवर' मिरी नज़र को ये किस की नज़र लगी
यही तो दोस्तो ले दे के मेरा बिज़नेस है
जन्नत से निकाला हमें गंदुम की महक ने
इधर से लिया कुछ उधर से लिया
उजड़ा सा वो नगर कि हड़प्पा है जिस का नाम
उर्दू से हो क्यूँ बेज़ार इंग्लिश से क्यूँ इतना प्यार
आप कराएँ हम से बीमा छोड़ें सब अंदेशों को
लुत्फ़-ए-नज़्ज़रा है ए दोस्त इसी के दम से
सिर्फ़ मेहनत क्या है 'अनवर' कामयाबी के लिए
इस वक़्त वहाँ कौन धुआँ देखने जाए
दरमियाँ गर न तिरा वादा-ए-फ़र्दा होता