Social Poetry of Asghar Mehdi Hosh
नाम | असग़र मेहदी होश |
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अंग्रेज़ी नाम | Asghar Mehdi Hosh |
कविताएं
Ghazal 18
Nazam 7
Couplets 18
Love 18
Sad 15
Heart Broken 25
Bewafa 3
Hope 6
Friendship 3
Islamic 1
Social 4
बारिश 2
ख्वाब 7
Sharab 1
ये तो सच है कि टूटे फूटे हैं
प्यासा रहा मैं बाला-क़दी के फ़रेब में
जला जला के दिए पास पास रखते हैं
हमेशा तंग रहा मुझ पे ज़िंदगी का लिबास