Love Poetry of Atiiqullah

Love Poetry of Atiiqullah
नामअतीक़ुल्लाह
अंग्रेज़ी नामAtiiqullah
जन्म की तारीख1941
जन्म स्थानDelhi

तिरे फ़लक ही से टूटने वाली रौशनी के हैं अक्स सारे

आईना आईना तैरता कोई अक्स

मैं कि तुम पे बाज़ हूँ

कितना मुश्किल है

हमारे मा-बैन

अब्बा के नाम

वो मेरे नाले का शोर ही था शब-ए-सियह की निहायतों में

क़ल्ब-गह में ज़रा ज़रा सा कुछ

मैं छुपा रहूँगा निगाह-ओ-ज़ख़्म की ओट में

क्या तुम ने कभी ज़िंदगी करते हुए देखा

ख़्वाबों की किर्चियाँ मिरी मुट्ठी में भर न जाए

जब भी तन्हाई के एहसास से घबराता हूँ

दिल के नज़दीक तो साया भी नहीं है कोई

चराग़ हाथों के बुझ रहे हैं सितारा हर रह-गुज़र में रख दे

आसमाँ का सितारा न महताब है

आने वाला तो हर इक लम्हा गुज़र जाता है

अतीक़ुल्लाह Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अतीक़ुल्लाह. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अतीक़ुल्लाह. Share the अतीक़ुल्लाह Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.