Hope Poetry of Atiiqullah
नाम | अतीक़ुल्लाह |
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अंग्रेज़ी नाम | Atiiqullah |
जन्म की तारीख | 1941 |
जन्म स्थान | Delhi |
कविताएं
Ghazal 31
Nazam 5
Couplets 27
Love 16
Sad 20
Heart Broken 22
Hope 17
Friendship 1
Islamic 5
Sufi 1
Social 1
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 12
ज़रा से रिज़्क़ में बरकत भी कितनी होती थी
मुझ में ख़ुद मेरी अदम-मौजूदगी शामिल रही
फ़ज़ा में हाथ तो उट्ठे थे एक साथ कई
मैं कि तुम पे बाज़ हूँ
कितना मुश्किल है
हमारे मा-बैन
मिरे सुपुर्द कहाँ वो ख़ज़ाना करता था
कुछ और दिन अभी उस जा क़याम करना था
कुछ और दिन अभी इस जा क़याम करना था
इस दश्त नवर्दी में जीना बहुत आसाँ था
फ़रार के लिए जब रास्ता नहीं होगा
एक सूखी हड्डियों का इस तरफ़ अम्बार था
चराग़ हाथों के बुझ रहे हैं सितारा हर रह-गुज़र में रख दे
चलो सुरंग से पहले गुज़र के देखा जाए
बहुत दिनों में कहीं रास्ते बदलते थे
आसमाँ का सितारा न महताब है
आने वाला तो हर इक लम्हा गुज़र जाता है