Khawab Poetry of Aziz Nabeel

Khawab Poetry of Aziz Nabeel
नामअज़ीज़ नबील
अंग्रेज़ी नामAziz Nabeel
जन्म की तारीख1976
जन्म स्थानQatar

गुज़र रहा हूँ किसी ख़्वाब के इलाक़े से

ये किस मक़ाम पे लाया गया ख़ुदाया मुझे

सुनो मुसाफ़िर! सराए-जाँ को तुम्हारी यादें जला चुकी हैं

सर-ए-सहरा-ए-जाँ हम चाक-दामानी भी करते हैं

मैं नींद के ऐवान में हैरान था कल शब

ख़याल-ओ-ख़्वाब का सारा धुआँ उतर चुका है

ख़ाक चेहरे पे मल रहा हूँ मैं

बातों में बहुत गहराई है, लहजे में बड़ी सच्चाई है

अगरचे ज़ेहन के कश्कोल से छलक रहे थे

आँखों के ग़म-कदों में उजाले हुए तो हैं

आएँगे नज़र सुब्ह के आसार में हम लोग

अज़ीज़ नबील ख्वाब Poetry in Hindi - Read famous ख्वाब Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अज़ीज़ नबील. Largest collection of ख्वाब Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अज़ीज़ नबील. Share the अज़ीज़ नबील ख्वाब Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.