Hope Poetry of Bashar Nawaz

Hope Poetry of Bashar Nawaz
नामबशर नवाज़
अंग्रेज़ी नामBashar Nawaz
जन्म की तारीख1935
मौत की तिथि2015
जन्म स्थानAurangabad

वक़्त के कटहरे में

तो ऐसा क्यूँ नहीं करते

मुझे कहना है

मुझे जीना नहीं आता

ये हुस्न है झरनों में न है बाद-ए-चमन में

रोज़ कहाँ से कोई नया-पन अपने आप में लाएँगे

कोई सनम तो हो कोई अपना ख़ुदा तो हो

जब कभी होंगे तो हम माइल-ए-ग़म ही होंगे

बाज़ार-ए-ज़िंदगी में जमे कैसे अपना रंग

ब-हर-उनवाँ मोहब्बत को बहार-ए-ज़िंदगी कहिए

आहट पे कान दर पे नज़र इस तरह न थी

बशर नवाज़ Hope Poetry in Hindi - Read famous Hope Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by बशर नवाज़. Largest collection of Hope Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by बशर नवाज़. Share the बशर नवाज़ Hope Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.