Hope Poetry of Haneef Akhgar

Hope Poetry of Haneef Akhgar
नामहनीफ़ अख़गर
अंग्रेज़ी नामHaneef Akhgar
जन्म की तारीख1928
मौत की तिथि2009
जन्म स्थानamerica

शामिल हुए हैं बज़्म में मिस्ल-ए-चराग़ हम

आँखों में जल रहे थे दिए ए'तिबार के

यादों का शहर-ए-दिल में चराग़ाँ नहीं रहा

वो मुझे सोज़-ए-तमन्ना की तपिश समझा गया

वो दिल में और क़रीब-ए-रग-ए-गुलू भी मिले

तुम ख़ुद ही मोहब्बत की हर इक बात भुला दो

संग बरसेंगे और मुस्कुराएँगे हम

जल्वों का जो तेरे कोई प्यासा नज़र आया

इस तरह मह-रुख़ों को पशेमाँ करेंगे हम

इस तरह अहद-ए-तमन्ना को गुज़ारे जाइए

दिल की मिरे बिसात क्या एक दिया बुझा हुआ

देखना ये इश्क़ में हुस्न-ए-पज़ीराई के रंग

अज़्म-ए-सफ़र से पहले भी और ख़त्म-ए-सफ़र से आगे भी

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