सारी सारी रात मैं जागा
वो मेरी आँखों में सोया
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है मिरे दिल की ये तस्वीर नज़र में रख लो
मेरी शोहरत के पीछे है
कैसे तन्हा रात कटेगी
फूल सा इक खिला है आँखों में
कुछ रिश्ते हैं जिन की ख़ातिर
रंग तेरा उड़ा उड़ा सा है
जाने क्यूँ लोग मिरा नाम पढ़ा करते हैं
भीक दे कर न जाने क्या लेंगे
दिल में ग़म आँख में हँसी देखी
मैं तो सब कुछ भूल चुका हूँ
मुझ को याद रहा तू भूला